Wednesday, 29 March 2017

A letter to swar by music 25

Dear swar,
First of all thanks for your positive view, & I hope the nature will do well with its positive thoughts..
हाँ तो......
लग रहा है आजकल तो कि जैसे वक्त के पंख लग गये है, बस मैं तुम्हारे और तुम्हारे ख्यालों में खोया रहता हुँ,
पर मन में एक अजीब सी बैचेनी रहती है, एक अजीब सा डर लगा रहता है कि आगे किस तरह के दिन देखने पड़ेंगे, कहीं फिर से दूर रहने का फरमान जारी न कर दो तुम......
खैर आगे की बाद में सोचेंगे फिलहाल तो इतना सा करता हुँ कि जो पास है या सामने है उसका भरपूर आनंद उठाया जायें,
और देखो ना.......
तुम साथ नहीं हो मगर दूर से साथ होने का अहसास दिला देती हो.......
कभी कभी तो तुम मन की बात अपनी जुबान से कह जाती हो,
युं लगता है कि धरती पे सबसे खुशनसीब इंसान हुँ मैं।
......
1.Kaai wegyo thaare.

Kaai soch m dubi h.

Yhi na.
Piya teri yad m aadho wegyo sharir,
Thasu milne khatre mnado bdo adhir.
।।।।।।।।।।
Yar gana acha h pura likhna।
...............
2. Lo aage dekho.

Kago bolyo daagle mhari akhya jowe baat,
Piyo to pardesh h mahri suni h har raat.
||||||||||||||||||||||
Badhiya sa.
..................
3. Chidiya chali pinghata le bewdo hath,
     Karan agr mil jawsi aaj karungi baat.
     |||||||||||||||||||
     Ka bawlo wewe
     ...
4. Lahngo phriyo kabro, odhni lahardaar,
Karan syu Milne aaj to chidiya h taiyar.
||||||||||||||||||||
Wastav m pagal hi h.

5. Na to m hu bawlo, n hu pagal gawar,
Chidiya Thara pyar m Karan huyo bekraar.
|||||||||||||||||
To sun ne karan mari b baat bekrar ho ya kuch b mummy-papa jo kewe wa man lijye.
......
हाँ......
मन खुश भी होता है, मगर कुछ संशय भी। न जानें क्या होगा?
मगर हम सिर्फ समय पर विश्वास करते हैं, समय ही सबकुछ है, जानती हो ना.....
तो......
।।।।।
चलो अभी के लिए इतना ही....
बाकी फिर कभी।।।

With love
Yours
Music

©® जाँगीड़ करन kk
28/03/2017____17:00PM

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